दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में 500 ऊंचे स्तंभों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने की पहल से दिल्ली (Delhi) ‘तिरंगे का शहर’ बन गया है. सीएम केजरीवाल (Arvind Kejriwal) त्यागराज स्टेडियम में भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित हजारों छात्रों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली तिरंगे का शहर बन गया है. हमने समूची दिल्ली में 500 ऊंचे स्तंभों पर राष्ट्रीय ध्वज इस उद्देश्य से लगाए हैं कि लोग जहां भी जाएं राष्ट्रीय ध्वज को देखें और देश को न भूलें.’’
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम स्थल आने के रास्ते में नौ जगह ऊंचे स्तंभों पर राष्ट्रीय ध्वज देखे. मुख्यमंत्री ने सभी से भारत को और ऊंचाइयों पर ले जाने का संकल्प लेने को भी कहा. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भारतीय दुनिया में सबसे बुद्धिमान और मेहनती लोग हैं. हमें देश को दुनिया में नंबर एक बनाने का संकल्प लेना है. तो आइए संकल्प लें कि हम सड़कों पर कचरा नहीं फेंकेंगे और अपनी सड़कों और आसपास के इलाकों को साफ रखेंगे.’’
25 लाख बच्चों को राष्ट्रीय ध्वज बांटे
सीएम केजरीवाल के साथ उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और अन्य अधिकारी भी थे. मशहूर गायक सुखविंदर सिंह और असीस कौर ने देशभक्ति गीत गाए और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. दिल्ली के सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार ने 25 लाख बच्चों में देशभक्ति की भावना जगाने के लिए उन्हें राष्ट्रीय ध्वज बांटे हैं. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए महान बलिदान दिया और यह उनके सपनों को साकार करने का समय है.
स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद
मुख्यमंत्री केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा, ‘‘बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर ने न केवल देश के लिए बल्कि दलितों और शोषित लोगों के अधिकारों के लिए भी लड़ाई लड़ी. उन्होंने हमें दुनिया का सबसे अच्छा संविधान दिया. शहीद भगत सिंह (Shaheed Bhagat Singh) ने 23 साल की उम्र में देश के लिए अपना बलिदान दिया. उनकी शहादत हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान करने की सीख देती है.’’